गुरुवार, 22 दिसंबर 2011

गंगाजल से पाप कैसे धुलते हैं ?

                                                 ॐ श्री महा गणेशाय नमः

गंगाजल बहुत ही पवित्र होता है । गंगाजल कितने ही वर्षों रखा रहे उसमे कभी जीव नही पड़ते या खराब नही होता । गंगाजल मे पानी मिलाकर रखने पर भी कभी खराब नही होता । कुछ तो खास बात है गंगाजल मे । निश्चय ही गंगाजल बहुत ही पवित्र है और यह विषाणुओ का प्रतिरोधक  है । गंगाजल हमारे पाप धो डालता है अब पाप क्या है जिसे गंगाजल धो डालता है ? पाप हमारे बुरे कर्मो व अन्य दूसरे कारणो से हमारे शरीर मे अनेक विषाणु विकसित हो जाते हैं जिनहे गंगाजल सूक्ष्म रॉम छिद्रों द्वारा नष्ट कर देता है और विषाणुओं से लड़ने मे शरीर की ऊर्जा का जो व्यर्थ व्यय होता है उससे बचाता है और तन-मन मे नई ऊर्जा का संचार करता है जिससे दिव्य शक्तियों का विकास होता है ।भागीरथजी ने गंगा मैया को घोर तप के बाद अंतरिक्ष से इस धरती पर उतारा है जिससे उनके सभीपूर्वजों की मृत आत्माओं को मुक्ति प्राप्त हुई । जो यह भी बताता है गंगाजल घर मे छिड़कते रहना चाहिए जिससे बुरे प्रभाव नष्ट होते हैं । शमशान से आने के बाद भी गंगाजल छिड़का जाता है   । क्यूंकी मृत शरीर मे तुरंत ही एसे विष्णु पनप जाते हैं जो साधारण स्नान आदि से समाप्त नही होते । इसीलिए नीम की पत्तियां भी साथ लाते हैं । यदि ध्यान से देखा जाय तो हिंदुओं सारा ध्यान विषाणुओं को समाप्त करने और बचने पर ही दिया जाता है

गंगाजल की बात तो सभी करते हैं परंतु गंगाजल करता क्या है यह कोई नही बताता , गंगाजल से हमारे पाप कैसे धूल जाते हैं यह जानना भी जरूरी है । जब यह पता होगा तब गंगाजल का वास्तविक लाभ प्राप्त होगा । गंगा का जल इस धरती का नही हो सकता शास्त्रनुसार यह आकाशीय प्रक्रिया है नही तो ध्रुवों का पानी लाकर देख लो 

जय हो गंगा मैया की

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